Six Pack Abs जल्दी कैसे बनाये - जबसे Six Pack Abs का फैशन आया है तब से हर दूसरा व्यक्ति Six Pack वाली बॉडी चाहने लगा है लेकिन इसके लिए जितने एफर्ट्स की जरूरत होती है उतना एफोर्ट हर कोई कर नहीं पाता इसलिए बहुत कम लोग ही Six Pack Abs वाली बॉडी बना पते है तो अगर आप भी उन लोगों में से हैं जो Six Pack Abs चाहत रखते हैं तो आपको सबसे पहले ये समझना होगा की ऐसा बॉडी बनाने का काम रातो-रात नहीं हो सकता और ना ही आसानी से किया जा सकता है क्योंकि इसके लिए रेगुलर एक्ससाइज़ और प्रॉपर आहार फॉलो करना जरुरी होता है अब अगर आप यह सब करने के लिए तैयार है तो हमारे इस पोस्ट में आपको Six Pack Abs बनाने की टिप्स मिलने वाली है इसीलिए इस पोस्ट को पूरा जरूर पढ़े तो चलिए शुरू करते हैं और सिक्स पैक एब्स बनाने की शुरुआत करते हैं यानी आपको सिक्स पैक एब्स बनाने के टिप्स देते हैं Cardio Exercise ज्यादा टाइम तक कीजिये ? कार्डियो एक्सरसाइज ऐसे Exercise होती है जो आपके हार्टबीट को बढ़ाती है अगर आप रेगुलर Cardio करने लगेंगे तो आपकी बॉडी का एक्स्ट्रा फैट कम होने लगेगा ये तो आप भी जानते होंगे और
Body Language कैसे सीखें - कुछ लोगों को देखकर के समझ में आ जाता है कि कितना जबरदस्त कॉन्फिडेंस है मतलब यह ना कुछ गलत कर ही नहीं सकते और यह जो बोलेंगे ना उनकी बात पर विश्वास कर ही लिया जाएगा मतलब जबरदस्त बॉडी लैंग्वेज होती है उनके बिना बोले ही उनके बिना कुछ समझाइए ही कभी कभी लगता है की हमारे पास भी ये चीज होनी चाहिए कि हम कुछ भी ना बोले और हर लोग समझ जाए की हम क्या चाहते हैं कियोंकि बॉडी लैंग्वेज एक तरह का नॉनवर्बल कम्युनिकेशन होता है जिसमें बिना शब्दों के अपने हाव भाव से ही सब कुछ कहा जाता है यानि बॉडी लैंग्वेज को देख करके सामने वाले पर्सन के सारे इमोशंस और एक्सप्रेस को पहचान सकते हैं और उनके जरिए कहीं जाने वाली बात को समझ सकते हैं बॉडी लैंगुएज से जुडी खास बात यह है कि हम जान बूझकर इसका यूज़ नहीं करते है बल्कि अनजाने में हमारे थॉट्स हमारी बॉडी लैंग्वेज के जरिये बहार आता है और अगर सामने वाला व्यक्ति बॉडी लैंग्वेज को रीड करना जानता हो तो उसके लिए यह पता करना बहुत आसान हो सकता है कि हम क्या सोच रहे हैं तो ऐसे में अगर आप भी बॉडी लैंग्वेज को समझना चाहते हैं तो आज का यह पोस्ट आपके
दोस्तों एग्रीकल्चर शब्द आपने तो जरूर सुना होगा और आप जानते भी होंगे कि एग्रीकल्चर क्या होता है एग्रीकल्चर को हिंदी में कृषि या खेती करना कहते हैं अगर आप किसी दूर दराज गांव से बिलॉन्ग करते हैं तब आपने एग्रीकल्चर को काफी पास से जिया होगा की एग्रीकल्चर होता है वही अगर आप किसी टाउन से है तो आपने एग्रीकल्चर को जरूर महसूस किया होगा आपकी थाली में जो तरह तरह के पकवान होते हैं तरह-तरह की सब्जियां होती है यह सब के सब एग्रीकल्चर की ही तो देन है एग्रीकल्चर से संबंधित ही एक और टाइप है जिसे कहते हैं ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर जो हमें प्रकृति, मनुष्य और जानवरों को नुकसान पहुंचाए बिना एग्रीकल्चर सिखाता है ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर से संबंधित आपकी जिज्ञासा को शांत करने के लिए ही हम ये पोस्ट फुल डिटेल में लेकर आये है तो चलिए शुरू करते हैं और जानने का प्रयास करते हैं कि ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर और इनऑर्गेनिक एग्रीकल्चर क्या है और इन दोनों में किया अंतर है। दोस्तों Agriculture में दो type आते है। 1. Organic Agriculture 2. Inorganic Agriculture Inorganic Agriculture क्या होता है। इन ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर मे
दोस्तों हर कोई हेल्दी रहना चाहता है फिट रहना चाहता है बीमारियां कभी आस पास नहीं आए कुछ ऐसा चाहता है लेकिन फिर भी लाख कोशिश करने के बावजूद किसी ना किसी रीजन से हम बीमार पड़ ही जाते हैं और तब हमें याद आती है डॉक्टर की राइट और ऐसी दवाओं की जो हमें जल्दी से तुरंत राहत दिलाते और हम फिर से फिट हो जाए अब वैसे तो बॉडी से रिलेटेड प्रॉब्लम्स को दूर करने के लिए बहुत से काफी सारे ऑप्शन मौजूद है लेकिन तुरंत राहत दिलाने का मैजिक एलोपैथी ने ही कर दिखाया है। और इसी वजह से वेस्टर्न वर्ल्ड से आने के बावजूद भी मेडिकल साइंस की इस ब्रांच में बहुत ही कम टाइम में अपने पैर इंडिया में भी जमा लिए तो ऐसे में आपको भी यह जरूर जाना चाहिए कि जिन दवाओं को आप कभी सरदर्द तो कभी फीवर को दूर करने के लिए लेते हैं आखिर वो आई कहा से किसने उन्हें नाम दिया है और उनसे होने वाले फायदे और नुकसान क्या क्या है इन सारे सवालों और कूयार्य का सवाल हम आपको इस पोस्ट में मिल जाएगा क्योंकि आज हम लेकर आया है एलोपैथी से जुड़ी पूरी जानकारी तो चलिए शुरू करते हैं और एलोपैथी की जर्नी को करीब से पढ़ते हैं। Allopathy क्या है। एलोपैथी वे
Mental illness kya hai - हम सभी हेल्दी और हैप्पी लाइफ जीना चाहते हैं और इसके लिए अपनी फिजिकल हेल्थ को बेहतर बनाए रखने की पूरी कोशिश भी करते हैं लेकिन क्या हम अपनी मेंटल हेल्थ का ख्याल भी रख पाते हैं क्या जानते हैं कि मेंटल हेल्थ हमारे इमोशंस और साइकोलॉजी से रिलेटेड होती है और हेल्दी और हैप्पी लाइफ के लिए फिजिकल हेल्थ जितनी ज्यादा जरूरी होती है उतनी ही सेम इंपॉर्टेंस मेंटल हेल्थ की भी होती है ऐसे में मेंटल हेल्थ को बेहतर बनाए रखने के बहुत सारे आसान तरीके हैं। जैसे पोसिटिव एटीट्यूड बनाए रखना पर्याप्त नींद लेना फिलिंग्स को शेयर करना और फिजिकल एक्टिविटीज में इंवॉल्व रहना तो इस तरह की बहुत सारी ऐसी एक्टिविटीज होती है जिनमें शामिल होकर आप अपनी मेंटल हेल्थ को बेहतर बना सकते हैं लेकिन अगर मेंटल हेल्थ पर ध्यान नहीं दिया जाये और इसे इग्नोर किया जाए तो मेंटल इलनेस का शिकार हुआ जा सकता है यह मेंटल इलनेस क्या होती है यह जान आपके लिए बहुत बेनिफिशियल हो सकता है और आप लाइफ पहले से कहीं ज्यादा बेहतर बना सकते हैं इसलिए आज इस पोस्ट में हम आपको मेंटल इलनेस की जानकारी देने वाले हैं इसीलिए
BodyBuilding के Side effects Steroid क्या एक फिट बॉडी शेप और मसल्स कौन नहीं चाहता जिम में एक्सरसाइज करके आप भी रौब जैसी बॉडी बना सकते हैं बस शर्त ये है आप सही एक्सरसाइज करें और सही चीजें खाएं। एक्सरसाइज के साथ-साथ प्रोटीन रिच डायट आपकी मसल्स को रिपेयर करने और बनाने के लिए बहुत जरूरी है प्रोफेशनल बॉडी बिल्डिंग में एक से एक तिगड़में लगाई जाती है सबसे अद्भुत और परफेक्ट बॉडी बनाने में आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से बताएंगे बॉडी बिल्डिंग का काला सच आपका स्वागत है हमारे वेबसाइट पर चलिए आगे जानते है। BodyBuilder और exercises का कला सच पहले आपको यह समझना होगा कि मैं जानबूझकर आपको जिम जाने और एक्सरसाइज करने के फायदे नहीं बल्कि इन दुनिया में छिपे हुए राज से आपको बताने वाला हूं अपने इंस्टाग्राम पर कई बॉडीबिल्डर्स को अपनी एक से एक धांसू फोटो डालते देखा होगा पहले तो ये क्रेज़ सिर्फ मर्दों तक सीमित था लेकिन अब महिलाएं भी फिटनेस की दौड़ में तेज भाग रही है लेकिन अगर आप फिटनेस मॉडल्स को देखकर ये सोचते हैं कि ऐसी बॉडी बनाने के लिए यह पूरा दिन जिम ही करते होंगे या मार्केट में किसी करिश्माई प्रोटीन डायट
Boxing कैसे सीखें - बॉक्सर बनना एक चैलेंज डिसिशन हो सकता है क्योंकि इसके लिए बहुत सारा हार्ड वर्क और डेडीकेशन के साथ प्रॉपर ट्रेनिंग की भी जरूरत होती है इसके लिए आपको सही ट्रेनर की गाइडेंस भी लेनी जरूरी होती है। boxing kya hai ऐसे में अगर आप वाकई बॉक्सर बनने के लिए तैयार है तो यह पोस्ट आपके लिए है जिसमें आज हम बॉक्सर बनने से जुड़ी कुछ खास स्किल्स की बात करने वाले हैं इसीलिए हमारे इस पोस्ट को भी पूरा जरूर पढ़िए तो चलिए दोस्तों शुरू करते हैं और बॉक्सर बनने के लिए तैयारी करते हैं। Boxing Kaise karte hai Boxer बनने के लिए क्या करने की जरूरत होगी ? यूं तो ट्रेनर और जिम की हेल्प आपको लेनी ही होगी लेकिन अगर शुरुआत में आप घर पर रहते हुए प्रैक्टिस स्टार्ट करना चाहते हो तो सबसे पहले आपको अपने हाथों को ट्रेन करना होगा और इसके लिए आप अपनी पंचिंग टेक्निक पर फोकस करिए और इस दौरान इन बातों का ध्यान रखें प्रेक्टिस के दौरान अपनी एल्बो से लीड करिए। boxing sikhne ke best types यानी ऐसा सोचते हुए प्रेक्टिस करिए की आप अपने अपोनेंट पर अपने एल्बो से थ्रो कर रहे है ना कि अपनी चेस्ट से अपनी बॉडी को ब